बिहार राज्य के जमुई जिले से ज्योति कुमारी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की विज्ञान को न बनाने दें अभिशाप।विज्ञान का यह युग मानव के लिए वरदान के साथ अभिशाप भी है।आवश्यकता की पूर्ति और विकास की अंधी दौड़ में हम इतना प्रदुषण फैला चुके हैं की खुली हवा में जीवन दिनों -दिन मुश्किल होता जा रहा है।पेड़ों की लगातार कटाई की वजह से प्रदूषण में वृद्धि हो रही है,पर्यावरण की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है और वृक्ष रोपण ही एक ऐसा माध्यम है जिससे की हम विज्ञान को अभिशाप बनने से रोक सकते हैं।