जरूरत आमजन में यह विश्वास जमाने की है कि नेताओं पर भी नकेल कसी जा सकती है आज आम धारणा यही है कि नेता चाहे कुछ भी बोल ले उनका कुछ भी करने वाला नहीं देर से ही सही चुनाव आयोग चेता तो सही आयोग ने योगी आदित्यनाथ और मायावती के बहाने तमाम नेताओं को चेतावनी देने का काम किया है