सियासी दल ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे हमें देश से कुछ लेना-देना नहीं है बस फजीहत ही करनी है वोट के लिए खूब कवायत कीजिए लेकिन उन मुद्दों पर लड़ाई हो जिनकी अंधे की देश की सेहत बिगड़ रही है