मध्यप्रदेश करेरा से रामपाल जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि सोने एवं चांदी के दुकानों में प्रशासन द्वारा किसी तरह देखरेख नहीं की जा रही है जिसके कारण सोने चांदी के आभूषणों में अधिक मात्रा में मिलावटी की जा रही है।इसमें सबसे अधिक घाटा होता है क्योकि किसानो को असली सोने चांदी की पहचान नहीं होती है। अत: प्रशासन द्वारा एक टीम बना कर सभी आभूषणों की जांच करनी चाहिए।