महारष्ट्र से एक पुरुष श्रोता का मोबाइल वाणी से सवाल है कि छेड़खानी करने में लड़को का मतलब नही बनता है और इससे फ़ायदा ही क्या है ?लड़के क्यों छेड़खानी करते है ? इनके अनुसार लड़की कोई खेलने की चीज नही है ,ऐसा कोई उदेश्य नही है इनका।