दिव्यांशी जी दिल्ली से कही अनकही बातें के माध्यम से कहना चाहती है कि लड़का-लड़की दोस्त होना कोई गलत बात नही है, परिवार वाले जो बोलते है दोस्ती नही करनी चाहिए ये नही बोलना चाहिए बल्कि ये एक अच्छी बात है कि लड़का-लड़की दोस्त है, दोस्ती करने से बातें बाँट सकते है, जो अपने माता-पिता से अपनी बातें बाँटता नही है वे एक दोस्त को बोल सकते है।