दिल्ली से अमित गिरी कही अनकही कार्यकरम के माध्यम से ये बताना चाहते है कि दृष्टिबाधितों को भी प्रेम करना आवश्यक है उन्हें भी अधिकार है प्रेम करने का और सबसे बड़ी बात ये है कि बहुत से अधिकार आजकल नहीं मिलते है। अभी अच्छा पार्टनर नहीं मिला है उन्हें आगे चल कर अच्छा पार्टनर मिलेगा