छत्तीसग़ढ राज्य से वीरेंदर गन्धर्व कहीं अनकहीं बातें कार्यक्रम के माध्यम से बताना चाहते है कि विकलांगों को भी प्यार करने का अधिकार है सामान्य व्यक्ति जिस प्रकार दोस्ती कर सकता है मान सम्मान दे सकता है सामने वाले के मन में प्यार है इसका अनुभव दिला सकता है इसलिए ये व्यक्ति पर निर्भर करता है की वह अपनी दोस्ती को एक सीमा तक रखें। दो व्यक्तियों के बिच दोंनो के विचार मिलने चाहिए।