उत्तरप्रदेश राज्य के मिर्जापुर से एक दृष्टिबाधित श्रोता कही अनकही कार्यक्रम के माध्यम से ये बताना चाहते है कि जो कार्यक्रम में कड़ी संख्या आकाश और तमन्ना से जुड़ी कहानी सुनाई जा रही है उससे सम्बंधित बात को कहना चाहते है कि विकलांग भी खुल का जीवन जी सकते है समाज में उनका भी अधिकार है। दृष्टिबाधित है तो क्या हुआ वह अपनी आँखों से नहीं देख सकते है परन्तु भावनात्मक दृष्टि तो उनकी खुली है। समाज में जो अभी अधिकार और लाभ है उनको उन्हें प्राप्त करने का अधिकार है। उन्हें भी सामान अवसर मिलना चाहिए