उत्तरप्रदेश के प्रताप गढ़ से हमारे श्रोता ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि इस कार्यकर्म के द्वारा उनको बहुत जानकारी मिली जो कहीं और से नहीं मिलती थी उसके लिए वे इस कार्यक्रम को धन्यवाद देना चाहते हैं।