दिल्ली जगजीवन लाल कही -अनकही कार्यक्रम के माध्यम से कहते है कि लोग इतने समझदार है फिर भी छेड़छाड़ करने से बाज नहीं आते है। छेड़छाड़ देख कर चुप रहना गलत बात है