छतीशगढ से वीरेंद्र गन्धर्व जी ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि आज भी लड़कियाँ खुल कर अपनी बात नहीं रख पाती हैं तो ऐसे में हमे अपनी संछिप्त मानशिकता को बदलना होगा और लड़कियों को समान अधिकार देना होगा।