मिर्जापुर जिले से विनय ने कही-अनकही कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि छेड़खानी एक जुर्म है। अगर आप किसी का हाथ पकड़े और जवाब में न सुनने को मिले तो इसका मतलब हाँ नही होता है। कुछ माँ-पिता बेटी को छेड़खानी के डर से पढ़ने नही जाने देते हैं और कहते हैं घर में खाना बनाने के लिए ।लेकिन इसमें लड़की की क्या गलती है ?इसमें लड़की की नही लड़के की गलती है। लड़के को पहले समझाना चाहिए ,परन्तु समझाने के बाद भी बदमाशी और गुंडागर्दी करते हैं तो पूलिस में इसकी शिकायत करनी चाहिए।