छत्तीसगढ़ के राजनंदगाँव से वीरेंदर गंधर्व जी जो की एक दृष्टिबाधित शिक्षक है, कही अनकही बातें कार्यक्रम के माध्यम से ये कह रहे है कि जिसपर अन्याय हो रहा हो उसे आवाज उठानी चाहिए। कई बार ऐसा होता है की महिलायें मौन रहती है और उसका कोई साथ देना चाहे तो भी वो महिला इस कदर मजबूर होती है की आवाज नहीं उठा पाती। क्योंकि जो भी हिंसा करता है वो कहीं-न-कहीं उस महिला पर एहसान किये हुए रहते है।इस स्थिति में महिला चुपचाप रहती है और अगर कोई साथ देना चाहे तो भी महिला आवाज नहीं उठती है और जो उसका साथ देना चाहते है उसका भी साथ नहीं दे पाती है।