दिल्ली से श्रोता कही अनकही कार्यक्रम के माध्यम से कहते है कि लड़कियों के पहनावे पर कोई रोक टोक नहीं है फिर भी लड़किया उल्टे सीधे कपडे पहनती है जिससे उनके शरीर के अंग उभार दीखते है।हर समय लड़के ही गलत नहीं होते है लड़कियां भी गलत होती है। लड़किया भी गलत हरकतें करती है लड़को को इशारा देती है तभी लड़के उनको छेड़ती है। लड़कियों को समहू बनाना चाहिए। अगर कोई लड़का छेड़ता है तो उन्हें चाटा मारे उनका विरोध करे