दिल्ली से सुभाष जी कही अनकही बातें के माध्यम से कहते है कि मासिक धर्म में भेद भाव नहीं करना चाहिए।इनका ये भी कहना अभिवावको से कि ऐसा कुछ नहीं होता है कि मासिक धर्म के दौरान छुआ-छूत किया जाये और खाने पीने में भी रुकावट किया जाये