महुआटांड़ थाना में शांति समिति की बैठक

विश विजय की आयु लगभग 21 वर्ष थी और वह हरला थाना क्षेत्र के बसंती मोड़ का निवासी था । खबर पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

पुलिस थाने में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई होली उत्सव के संबंध में जरीदी पुलिस थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई । बैठक का नेतृत्व स्टेशन हाउस अधिकारी अमित कुमार राय ने किया और बैठक की अध्यक्षता जरीदी सर्कल अधिकारी ने की । बैठक की अध्यक्षता सर्कल अधिकारी , जरदी , प्रणव ऋतुराज ने की और मुख्य रूप से जेराई डी . बी . डी . ओ . जयपाल महतो और सर्कल इंस्पेक्टर मुकेश कुमार पांडे ने भाग लिया । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

पेटरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रांगामाटी के सोहनडीह टोला स्थित दरंगवा नाला में मंगलवार को डूबने से एक महिला की मौत हो गयी. सूचना पा कर पेटरवार पुलिस ने एक मामला दर्ज करते हुए मृतका के शव को पोस्ट मार्टम तेनुघाट अनुमंडलीय अस्पताल में करवा कर परिजनों को सौंप दी. बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के ग्राम रांगामाटी टोला सोहनडीह निवासी प्रसादी गंझु की पत्नी गीता देवी 34 वर्ष 11 बजे पुर्वाहन कपड़ा धोने व नहाने के लिए अपने घर से  करीब चार सौ मीटर की दूरी पर स्थित दरंगवा नाला गयी थी. इसी क्रम में वह उस नाला के पानी में डूब गयी. जिससे उसकी मौत हो गयी. जब वह दोपहर बाद काफी देर तक घर वापस नहीं पहुंची तो खोज - बीन करने पर उसका शव नाला में देखा गया. बताया गया कि मृतका तीन बच्चे की मां थी.तब आस -पास के ग्रामीणों की भीड़ लग गयी. सूचना पा कर गोमिया के विधायक डॉ लंबोदर महतो, पतकी पंचायत की मुखिया मुनकी देवी, पंसस मनीषा कुमारी, पूर्व मुखिया नारायण गंझु पहुंच कर घटना की जानकारी ली. 

नवाडीह पुलिस थाने के परिसर में शांति समिति की बैठक हुई । सीओ अभिषेक कुमार वीडियो प्रशांत कुमार हेमराम बैरबो इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह और स्टेशन हाउस ऑफिसर रवि कुमार ने शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में कानून और व्यवस्था के बारे में बैठक में मौजूद जन प्रतिनिधियों और प्रबुद्ध लोगों के साथ चर्चा की । बैठक में पुलिस थाना क्षेत्र में होली के अवसर पर हो रहे दंगों पर कड़ी नजर रखने पर भी जोर दिया गया । मुखिया पूनम देवी ने कहा कि होली का त्योहार आपसी भाईचारे के साथ मनाएँ । जीव सदस्य महेंद्र प्रसाद फुलमती देवी मुखिया संघ प्रखंड अध्यक्ष विश्वनाथ माटो मुखिया ने शांति भंग करने वाले उपद्रवियों और असामाजिक तत्वों के बारे में पुलिस को सूचित करने का अनुरोध किया । रन देवी देवेंद्र कुमार माटो नंदलाल नायक पूर्व प्रमुख रणविजय सिंह सांसद प्रतिनिधि सुरेश माटो बिष्ट सूत्री उपाध्यक्ष गणेश माटो सचिव सोनाराम हेमराम हरेंद्र माटो डेघलाल माटो ममता भट्टाचार्य निर्मल माटो इमरान अंसारी महावीर माटो गोविंद माटो परमेश्वर माटो तीर

होली का त्यौहार शांति एवं सौहार्द पूर्ण वाता वरण में मनाने को ले कर पेटरवार थाना के सभागार में शांति समिति की एक बैठक सोमवार की संध्या में हुई. बैठक में प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के जन प्रतिनिधि, विभिन्न राजनीतिक दल के नेता-कार्यकर्त्ता, समाज सेवी सहित सभी समुदाय के गण- मान्य लोग उपस्थित हुए. जरीडीह अंचल निरीक्षक मुकेश कुमार पाण्डेय ने संबोधित करते हुए कहा कि होली का त्यौहार शांति व सौहार्द पूर्ण वातावरण में मनाने के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है. हुड़दंग न हो इसके लिए एहतियाती बरतने की जरुरत है. कहीं किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो तुरंत थाना पुलिस को सूचना दें. ताकि उस नियंत्रण किया जा सके. अपवाह से सबों को बचना चाहिए. थाना प्रभारी कृष्ण कांत कुशवाहा ने सभी पंचायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि स्थिति की जानकारी दें. शांति भंग होने पर फोर्स भेजा जायगा.  मौके पर जिप सदस्य प्रहलाद महतो, उप प्रमुख सीमा देवी, बीस सूत्री प्रखंड अध्यक्ष मुकेश कुमार महतो, बीडीओ, सीओ, विभिन्न पंचायतों के मुखिया, पंसस सहित सभी समुदाय के लोग उपस्थित थे. शांति व भाईचारा के साथ होली का त्यौहार मनाने का निर्णय लिया गया. अंत में एक दूसरे को रंग-ग़ुलाल लगा कर होली की शुभकामनायें एवं अग्रिम बधाई दी गयी. मंच का संचालन शांति समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार सिन्हा ने किया.

ट्रैक्टर की चपेट में आने से एक बाइक सवार की मौत

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भारत में शादी के मौकों पर लेन-देन यानी दहेज की प्रथा आदिकाल से चली आ रही है. पहले यह वधू पक्ष की सहमति से उपहार के तौर पर दिया जाता था। लेकिन हाल के वर्षों में यह एक सौदा और शादी की अनिवार्य शर्त बन गया है। विश्व बैंक की अर्थशास्त्री एस अनुकृति, निशीथ प्रकाश और सुंगोह क्वोन की टीम ने 1960 से लेकर 2008 के दौरान ग्रामीण इलाके में हुई 40 हजार शादियों के अध्ययन में पाया कि 95 फीसदी शादियों में दहेज दिया गया. बावजूद इसके कि वर्ष 1961 से ही भारत में दहेज को गैर-कानूनी घोषित किया जा चुका है. यह शोध भारत के 17 राज्यों पर आधारित है. इसमें ग्रामीण भारत पर ही ध्यान केंद्रित किया गया है जहां भारत की बहुसंख्यक आबादी रहती है.दोस्तों आप हमें बताइए कि *----- दहेज प्रथा को लेकर आप क्या सोचते है ? और इसकी मुख्य वजह क्या है ? *----- समाज में दहेज़ प्रथा रोकने को लेकर हमें किस तरह के प्रयास करने की ज़रूरत है ? *----- और क्यों आज भी हमारे समाज में दहेज़ जैसी कुप्रथा मौजूद है ?

डिग्री कॉलेज कटघारा में ताला तोड़ कर प्रिंटर की चोरी