बिहार में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हुई। इस बैठक में डिप्टी सीएम और दूसरे मंत्रियों के अलावा तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे। क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप की आज हुई बैठक में नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिले से मोबाइल वाणी संवाददाता ने निराली देवी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि वो एक गर्भवती महिला हैं पर उन्हें सिर्फ दाल चावल मिल रहा है। उनके बच्चे आँगनबाड़ी केंद्र नहीं जाते है क्योकि दो साल से लॉकडाउन के कारण आंगनबाड़ी बंद है। जिसके कारण बच्चे बिगड़ रहे हैं। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिले से मोबाइल वाणी संवाददाता ने नीलू देवी से साक्षात्कार लिया जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि आंगनबाड़ी केंद्र दो साल से बंद है पर बच्चों को सिर्फ खिचड़ी मिलती है। लॉकडाउन में वो बच्चो को आंगनबाड़ी केंद्र भेजना चाहती है पर आँगनबाड़ी केंद्र बंद है। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला के प्रखंड पूसा से आशा देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बेटियों की शिक्षा पर हीरामणि देवी से लिया गया साक्षात्कार। हीरामणि देवी ने बताया कि वह अपनी बेटी को सरकारी विद्यालय में पढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूल से कोई भी लाभ नहीं मिला है

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लॉकडाउन में बच्चे कैसे पढ़ाई करते थे ऑनलाइ उसे सुने

साथियों, क्या आपने इस कोरोना काल के दौरान आपने शिक्षकों को तलाशने की कोशिश की? क्या आपने उनसे उनका हाल जाना? क्या आपके आसपास ऐसे लोग हैं जो पहले शिक्षक थे लेकिन कोविड काल में नौकरी जाने के बाद अब कोई दूसरा काम कर रहे हैं? क्या आपको नहीं लगता कि सरकार को शिक्षकों की आर्थिक स्थिति सुधारने पर ध्यान देने की जरूरत है? स्कूल बंद होने और शिक्षकों के ना रहने से आपके बच्चों की पढ़ाई पर कितना असर पड़ा है? अगर आप शिक्षक हैं, तो हमें बताएं कि कोविड काल के दौरान आपको किस तरह की परेशानियां आईं और क्या अब आपके हालात पहले जैसे हैं? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

बिहार राज्य के जिला समस्तीपुर ग्राम अख्तियारपुर से खुशी रानी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह कहती हैं कि लॉकडाउन होने के कारण विद्यालय, महाविद्यालय और कोचिंग संस्थान बंद होने से सभी बेटियों की शिक्षा पर बहुत ही बुरा असर पड़ा है। वह यह कहती हैं कि गाँव में इंटरनेट की सुविधा न होने से लड़कियाँ ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रही है। जिसके चलते उनके घर वाले अपनी बेटियों को कम उम्र में शादी करवा देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियों को अच्छी शिक्षा देनी चाहिए .

बिहार राज्य के समस्तीपुर जिला से सुशीला कुमार मिश्रा जो वर्तमान में गुजरात के राजकोट में रह रहे हैं , मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बताना चाहते है कि जब से कोरोना काल आया है तब से रोजगार में कमी आ गयी है। इस कारण मजदूरों के वेतन में में भी कंपनी द्वारा कटौती कर दी गयी है महाना वेतन कम कर दिया गया है और इसमें ही गुजरा करना पड़ रहा है। उनका भारत सरकार से अनुरोध है कि जब तक यह प्रकृति द्वारा दी गयी महामारी चल रही है तब तक श्रमिक लोगो की तरहफ ध्यान दिया जाये क्यूंकि श्रमिक लोग शरीर के बल पर अपने जीवन का निर्वाह करते है और निसहाय होते है।