लोकसभा आम निर्वाचन 2024 को लेकर प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। जिले में चुनाव के दौरान अर्द्ध सैनिकों बलों की टुकड़ियों की आवश्यकता को लेकर संवेदनशील व अतिसंवेदशील (क्रिटिकल) मतदान केन्द्रों को चिह्नित करने का काम शुरू किया जाएगा। इस क्रम में निर्वाचन आयोग ने डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी को क्षेत्र में संवेदनशील व अतिसंवेदशील (क्रिटिकल) मतदान केन्द्रों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। ताकि स्वच्छ, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान कराने का प्रबंध किया जा सके। भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग बिहार के निर्देशानुसार ऐसे मतदान केन्द्रों की पहचान के लिए कवायद शुरू कर दी गयी है। इसके लिए क्षेत्रों में सेक्टर पदाधिकारी तैनात किए जा रहे हैं। करीब 8-10 मतदान केन्द्रों पर एक सेक्टर पदाधिकारी तैनात होंगे। ये अपने-अपने क्षेत्र के मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर सर्वे करेंगे। यह पता करेंगे कि किस मतदान केन्द्र पर पूर्व में चुनाव को प्रभावित करनेवाली घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं किस मतदान केन्द्र के संबंधित मतदाताओं को दबंगों व अपराधी किस्म के लोगों द्वारा डराया-धमकाया जाता है। कपड़ा, शराब, नगद आदि देकर प्रलोभित किया जाता है। हथियार के दम पर मतदान करने से मतदाताओं को रोका जाता है। ऐसे संवेदनशील व अतिसंवेदशील क्षेत्रों व मतदान केन्द्रों को सेक्टर पदाधिकारी चिह्नित करेंगे। इसके बाद इन मतदान केन्द्रों को क्रिटिकल श्रेणी में शामिल कर सूची तैयार करेंगे। इस सूची को जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम द्वारा समेकित कर भारत निर्वाचन आयोग और निर्वाचन विभाग बिहार को भेजा जाएगा।