आज देश में कुश्ती संघ को सरकार को निलंबित करना परा है।वही खिलाड़ी अपने स्वाभिमान के लिए लड़ने को विवश है।खेल संघों में खिलाड़ियों के जगह नेताओं की भूमिका नही होनी चाहिए।खेल संघों में खेलने वाले लोगो को ही शामिल करना चाहिए।जो खिलाड़ियों के मान सम्मान का ख्याल रखे।आज लगभग खेल संघों में नेताओ का कब्जा है।जिससे आए दिन विवाद होता रहता है ।जिससे खेल जगत को कही न कही नुकसान हो रहा है।
