विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र के सिमरी पंचायत के वार्ड 11 के दलित टोला में लाखों रुपए की लागत से बने सामुदायिक भवन पर स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर घर बना उपयोग कर रहा है। जिसे हटवाने में पंचायत प्रशासन असमर्थ नजर आ रहा है। कई बार पंचायत द्वारा आग्रह करने के बाद भी अतिक्रमण ज्यों कि त्यों स्थिति में है। ग्राम पंचायत सिमरी के दलित टोला में लाखों रुपए की लागत से पंचायत द्वारा बनाया गया सामुदायिक भवन अब निजी सम्पत्ति बनता जा रहा है। कुछ लोगों द्वारा उस पर घर बना लकड़ी, भूसा घरेलू सामान रखकर अतिक्रमण कर रखा है जिसे हटाने में प्रशासन लाचार है। ज्ञात है कि सरकारी जमीन पर लोगों की सुविधा के लिए सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया था। अब पंचायत प्रशासन की अनदेखी कर रहा है।पहले गांव के लोग इस सामुदायिक भवन का उपयोग शादी-विवाह श्राद्ध सहित अन्य सामाजिक कार्यों के साथ-साथ गर्मी के दिनों में लोग आराम करने में उपयोग करते थे। विगत छह वर्षों से सामुदायिक भवन का उपयोग निजी कार्य के लिए होने लगा है। ग्रामीण ने बताया कि बुद्धू सदा द्वारा वर्षों से सामुदायिक भवन पर अवैध कब्जा कर दुरुपयोग कर रहे हैं। जबकि सरकार द्वारा उसे तीन डिसमिल जमीन उपलब्ध कराई गई हैं।
