झारखण्ड राज्य के बोकारो जिला से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से राजेस्वर महतो ने बताया की देश का भविष्य माने जाने वाला युवा वर्ग आज अपराध के दलदल में धंसता जा रहा है। आज बहुत कम युवाओं में भाग्य व कर्म के भरोसे रहने का स्वभाव पाया जाता है। अब युवाओं में न तो संस्कार है और न ही सहनशीलता। धन ही सब कुछ हो गया है। धन ही स्टेटस सिंबल बन गया है। आज का युवा वर्ग ढेर सारी भौतिक सुख-सुविधाओं के बीच जीवन व्यतीत करने का आदी हो चुका है और वह इससे भी ज्यादा भौतिक सुख-सुविधाएं हासिल करने की अंधी दौड में शामिल है। अपने लक्ष्य को पाने एवं शिखर पर पहुंचने के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगाने आतुर रहता है। उद्दंडता, उच्छृंखलता और अनुशासनहीनता आज बिल्कुल सामान्य हो गई है।साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, आधुनिक संस्कृति, मनोवैज्ञानिक एवं पारिवारिक कारक भी ऐसे हैं जो अपराध की ओर उन्मुख करते हैं।