जिला हजारीबाग,प्रखण्ड इचाक से टेकनारायण कुशवाहा जी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि हर विभाग में उपस्थिति के अनुसार लोगो को वेतनमान मिलने का काम होता है।विघायकों का भी उपस्थिति के अनुसार ही उनको भी वेतन मिलना चाहिए।उनके कार्य और कार्य क्षेत्र के अनुसार ही भत्ता मिलना चाहिए।ये देखना चाहिए की ये जनता के लिए क्या काम कर रहे है और विकास के क्षेत्र में इन्होने कितना काम किया है। सबका एक आंकड़ा होना चाहिए।विधायकों की देख-रेख के लिए एक आयुक्त का गठन होना चाहिए ताकि विधायकों के कार्यकलाप की देख-रेख की जा सके।इनके काम के अनुसार ही इनको वेतन देना चाहिए ना की दिन -दुनी रात चौगनी विधायकों का वेतनमान बढ़ाना चाहिए। अगर ऐसा होगा तो सरकार के पैसे खर्च होते रहेंगे और किसी तरह का विकास कार्य भी नहीं होगा।विकास कार्य होता है उसपर भी विधायकों द्वारा कई तरह से कमीशन वसूल करने का काम किया जाता है। वसूल करने के लिए बिचौलिए होते है जिनके द्वारा जनताओं का शोषणकिया जाता है।