सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पूरी तरह संकल्पित और कटिबद्ध हैं। इसी कड़ी में कोविड-19 के कारण बंद किए गए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड का कार्य फिर से शुरू करवाने का निर्माण लिया गया है और इसे जल्द से शुरू कराने के लिए आवश्यक तैयारियाँ भी शुरू कर दी गई है। कार्य में तेजी लाने एवं जल्द से जल्द अधिक से अधिक लोगों का कार्ड बनाने को लेकर पंचायत स्तर पर कार्ड बनाया जाएगा। ताकि हर लोगों आसानी के साथ अपना कार्ड बनवा सकें। इसको लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी एवं जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं और हार हाल में तेजी के साथ कार्ड बनाने के लिए हर आवश्यक पहल करने को कहा है। पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक बनाएँगे गोल्डन कार्ड : गोल्डन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने को लेकर पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक को कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, जो अपने-अपने क्षेत्र के लोगों का सुविधाजनक तरीके से गोल्डन कार्ड बनाएँगे। ताकि निर्धारित तिथि तक कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा सकें। साथ ही सीएसपी (कॉमन सर्विस सेंटर)को भी गोल्डन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया एवं जीविका के समूह को भी ग्राम स्तर पर समूह में चर्चा कर, लोगों को जागरूक कर गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश दिया है. शीघ्र शुरू होगा गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य जिला सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि जिले के सभी जगहों पर गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियाँ की जा रही है और संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र कार्य शुरू कराने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जनप्रतिनिधि भी करेंगे सहयोग गोल्डन कार्ड बनवाने से एक भी लोग वंचित नहीं रहे। इसके पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि मुखिया, वार्ड सदस्य समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी सहयोग करेंगे। साथ ही कार्ड बनाने को लेकर जागरूक करेंगे। आशा भी घर-घर जाकर लोगों को करेंगी जागरूक स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही कार्ड बनने के बाद इलाज में होने वाले सरकारी मदद की भी जानकारी देंगे। जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार का बनेगा गोल्डन कार्ड: आयुष्मान भारत के जिला योजना समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार को गोल्डन कार्ड मिलना है जिसमें 23 लाख 70 हजार 685 सदस्य हैं, अब तक 73 हजार 756 परिवार को गोल्डन कार्ड मिल चुका है जिसमें 1 लाख 44 हजार 328 सदस्य को कार्ड मिल चुका है 6 हजार 521 मरीज का आयुष्मान योजना के तहत जिले में सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज किया जा चुका है इसकी एवज में 6 करोड़ का भुगतान सरकारी एवं निजी अस्पताल को भुगतान किया जा चुका है. कोविड-19 के सभी मानकों का रखा जाएगा ख्याल गोल्डन कार्ड बनाने के दौरान कर्मी कोविड-19 के सभी मानकों का ख्याल रखेंगे और पालन करेंगे। जैसे कि मास्क व गलैप्स का उपयोग, शारीरिक-दूरी का पालन, सेनेटाइजर का उपयोग समेत कोविड-19 से बचाव के लिए हर आवश्यक निर्देशों का पालन करेंगे। गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी होगा मुफ्त इलाज गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी समुचित रूप से मुफ्त इलाज होगा। शेष पूर्व की भाँति सभी सुविधाओं का भी लाभ दिया जाएगा। इसलिए एक भी लोग कार्ड बनवाने से वंचित नहीं रहें इसका कर्मियों द्वारा ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए गाँव में जागरूकता अभियान की तरह लोगों को कार्ड बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।