मोतिहारी। मोतिहारी शहर सहित ग्रामीण इलाके में लावारिस कुत्ता का आतंक साल भर रहता है, मगर ठंड में बढ़ जाता है। पिछले माह नवंबर में 27 सौ लोगों को लावारिस कुत्ते ने काटा । वहीं दिसंबर माह में आज तक करीब 31 सौ के करीब लोगों को कुत्ता ने काटा है।जिसको लेकर सदर अस्पताल में अलग से एन्टी रेबीज का काउंटर ही खोल दिया गया है।बताया जाता है कि अप्रैल से अब तक सदर अस्पताल को करीब 34 हजार वायल दिया गया है तो प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पर करीब 70 हजार वायल दिया गया है। जो समाप्ति पर है। सबसे अधिक रक्सौल, मधुबन, रामगढ़वा, ढाका, संग्रामपुर, हरसिद्धि, तुरकौलिया, अरेराज ,पताही व चिरैया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटीरेबिज की खपत है। सेन्ट्रल स्टोर में मात्र 11 हजार एंटीरेबिज का सूई बच गया है। फिजसियन डॉ यू एस पाठक बताते हैं कि ठंड के मौसम में कुत्ता में उत्तेजक हार्मोन्स डोपामिन बढ़ जाता है जिसके चलते कुत्ता में लोगों को काटने, बेबजह भूंकने व राहगीर को देख उसकी तरफ काटने की प्रवृति होती है जो गर्मी में शांत हो जाता है। इसलिए ठंड भर लोगों को लावारिस कुत्ता से सावधानी की जरूरत है