गांव बालों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा गंगा एक्सप्रेसवे का ठेकेदार झरहर हरीपुर में खोद डाला बीस फीट गहरा तालाब ग्रामीणों ने खनन करने से रोका तो ठेकेदार ने दी धमकी जहाँ शिकायत करनी करो कोई अधिकारी कुछ नही कर सकता यदि इस तालाब में गिरकर किसी की मौत हो जाती है इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी एसडीएम भी नही दे पाये जबाब खनन माफिया राजेश्वर सिंह ग्राम प्रधान की मदद से कर रहा है खनन प्रशासन रोकने में विफल ठेकेदार को बीस फीट गहरा तालाब खोदने की अनुमति किस अधिकारी ने दी यदि नही दी तो कार्यवाही क्यूँ नही की? झरहर हरीपुर में गाटा संख्या 171 पर बना है तालाब शाहजहांपुर जलालाबाद। ब्लॉक मदनापुर के ग्राम झरहर हरीपुर में गंगा एक्सप्रेसवे के ठेकेदार राजेश्वर सिंह ने प्रधान से सांठ गांठ कर गांव किनारे स्थित तालाब को बीस फीट गहरा खोद डाला जिससे बच्चों और जानवरों की जान को खतरा उत्पन्न हो गया इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा एसडीएम सदर व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से गई लेकिन दबंग ठेकेदार राजेश्वर सिंह गुर्जर पर कोई फर्क नही पड़ा और तालाब को बीस फीट से ज्यादा खोद डाला बरसात के मौसम में यह तालाब न जाने कितने लोगों की जान निगल जायेगा यह बड़ा सवाल है? गांव के ही मदनलाल ने एसडीएम सदर से इसकी लिखित शिकायत करते हुए बताया की ग्राम प्रधान ने ठेकेदार राजेश्वर सिंह गुर्जर से मोटी रकम लेकर गाँव बालों को मौत के मुंह में डालने का कार्य किया है और खनन अभी भी जारी है यदि ठेकेदार राजेश्वर सिँह और प्रधान पर कार्यवाही नही की गई तो भविष्य में न जाने कितनी जिंदगिया यह तालाब निगल जायेगा। ग्रामीणों ने जब ठेकेदार का विरोध किया तो ठेकेदार ने धमकी देते हुए कहा की जहाँ जिस अधिकारी से शिकायत करनी है करो जाकर उस पर कोई फर्क नही पड़ता है। ग्रामीणों ने जब एसडीएम सदर से इसकी शिकायत कर बताया की गांव बालों की जिंदगी से ठेकेदार राजेश्वर सिंह खिलवाड़ कर रहा है जिसमें प्रधान का पूरा सहयोग है यदि भविष्य में इस तालाब में गिरकर किसी की मौत हो जाती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी इस पर एसडीएम सदर भी जबाब नही दे पाये आखिर बीस फीट गहरा तालाब खोदने की अनुमति ठेकेदार को किसने दी यह बड़ा सवाल है?यदि किसी अधिकारी द्वारा बीस फीट गहरा तालाब खोदने की अनुमति नही दी गई है तो फिर ठेकेदार और प्रधान पर अभी तक कार्यवाही क्यूँ नही की गई क्या प्रशासन स्वयं गांव बालों को मौत के मुंह में झोंक रहा है? खनन का यह पहला मामला नही है पहले भी ग्रामीणों द्वारा खनन को लेकर ठेकेदार की शिकायत की गई लेकिन प्रशासन द्वारा ठेकेदार के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई जिसके फलस्वरूप बेखौफ ठेकेदार पूरे गांव को मौत के मुंह में झोंकने को उतावला हो गया है ग्रामीणों के विरोध के बाबजूद ठेकेदार दबंगई पर उतारू है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया की जब उन्होंने ठेकेदार का विरोध किया तो मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को भगा दिया और कहा खनन होने दो इसकी परमीशन है इसको लेकर ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।