*नदी एवं आद्रभूमि स्वास्थ्य आंकलन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन* जनपद शाहजहाँपुर में गंगा संरक्षण हेतु जिला गंगा समिति एवं नोडल अधिकारी (गंगा ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान) हेतु द्वितीय चरण की प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी/नोडल अधिकारी जिला गंगा समिति एस0बी0सिंह एवं प्रभागीय वनाधिकारी/सचिव प्रखर गुप्ता के निर्देशन में डब्लू0डब्लू0एफ0 इण्डिया के द्वारा किया गया। इससे पूर्व प्रथम चरण के अन्तर्गत कछुआ संरक्षण एवं जैविक कृषि पर कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है। सर्वप्रथम डब्लू0डब्लू0एफ0 के समन्वयक डाॅ॰ मोहम्मद आलम ने सभी का स्वागत करते हुए जल शक्ति मंत्रालय की गंगा नदी अधिसूचना सूचना 2016 के अनुसार नोडल अधिकारियों की भूमिका और कर्तव्यों के बारे में अवगत कराया साथ ही नदी स्वास्थ्य आंकलन हेतु विभिन्न वैज्ञानिक तथ्यों को बताया। उन्होने स्वस्थ्य नदी के मूल्य, महत्व, पहचान, नदी स्वास्थ्य आंकलन माॅडयूल, उद्देश्य व घटकों के बारे में अवगत कराया। सहायक समन्वयक डब्लू0डब्लू0एफ0 इण्डिया योगिता सिंह ने आद्रभूमि संरक्षण एवं प्रबन्धन हेतु आद्रभूमि के रोचक तथ्यों, फायदों, कार्य प्रणाली, पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं, वर्तमान स्थिति, भारत में आद्रभूमि संरक्षण की स्थिति, आद्रभूमि स्वास्थ्य आंकलन माॅडयूल, प्रक्रिया आदि के बारे में सरल शब्दों में सभी सदस्यों को बताया। जिला विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह ने ग्राम प्रधानों व ग्रामीण क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी विभागों को जागरूकता लाने हेतु नदी स्वास्थ्य आंकलन को समूह के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक पहुचांने की बात कही जिससे कि लोग स्वयं जागरूक होकर नदियों के संरक्षण हेतु बढ़-चढ़कर हिस्सा ले साथ ही जल गुणवत्ता किट के माध्यम से लगातार अवलोकन कर नदी के जल में प्रदूषण स्तर को मापा जा सके। उप प्रभागीय वनाधिकारी डाॅ॰ सुशील कुमार ने कार्यशाला को उपयोगी बताते हुये सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला अन्तर्गत समिति के समस्त सदस्य, गंगा ग्राम पंचायत पैलानी उत्तर, जहानाबाद खमरिया, मोहनपुर कलुआपुर, हेतमपुर एवं एत्मादपुर चक के ग्राम प्रधान, नेहरू युवा केन्द्र, शाहजहाँपुर के स्वयंसेवक एवं गंगा समग्र के कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे। विशेष सहयोग क्षेत्रीय सहायक लव कुमार, जिला परियोजना अधिकारी विनय कुमार सक्सेना एवं राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक रवि सक्सेना का रहा।