*** छापाबोझी गांंव किनारे में बाघ ने गोवंश का किया शिकार *** --- वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रेस किया पदचिन्ह ---- जंगल किनारे से गोवंश को खींचकर गाने में ले जाकर डाला खुटार। पिछले एक सप्ताह से खुटार के जंगलों में एक बार फिर से बाघ की आवाजाही देखी जा रही है। बुधवार को बाघ ने खुटार रेंज के फतेहपुर वीट के जंगल के किनारे एक गोवंश का शिकार कर डाला था। जंगल किनारे गोवंश का । शिकार किए जाने की सूचना पर वन दरोगा नंदा बल्लभ पांडे,संतोष कुमार गौड़ मौके पर पहुंच गए थे और उन्होंने मौका मुआयना करने के बाद खेत की रखवाली करने वाले किसानों को सतर्क रहने की बात कहीं थी। यहां पर बाघ की चहल कदमी देखी ही जा रही थी कि शुक्रवार सुबह बाघ ने छापाबोझी गांव के किनारे स्थित जंगल के पास एक आवारा गोवंश का शिकार कर डाला और गोवंश को जंगल किनारे गन्ने के खेत मे छींच ले गया। खेतों में काम कर रहे लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।जिसके बाद वन दरोगा नंदा बल्लभ पांडे,संतोष कुमार गौड मौके पर पहुंचे और उन्होंने आसपास के खेतों में बने बाघ के पैरों के निशान ट्रेस किए।गन्ने के खेत में बाघ की मौजूदगी होने की आशंका को देखते हुए टीम घटनास्थल से कुछ दूर पर जाकर रुक गई। इस दौरान वन विभाग की टीम ने आसपास के खेतों में गन्ने और गेहूं की फसल की रखवाली करने वाले किसानों को सतर्क रहने और खेतों की ओर ग्रुप बनाकर जाने की बात कही।इसके साथ ही उन्होंने सुबह तड़के और रात के समय खेतों और जंगल की तरफ ना आने की हिदायत भी दी।बाघ की चहल कदमी से ग्रामीणों में भय का माहौल है। छापाबोझी में जंगल के किनारे गन्ने के खेत में बाघ द्वारा गोवंश का शिकार किए जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर पदचिह्न ट्रेस किए गए हैं। ग्रामीणों को सतर्क रहने और शाम के समय अकेले जंगल खेत की तरफ न जाने की अपील की गई है। संतोष गौड,वन दरोगा खुटार।।