"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा किसान भाइयों को खरीफ धान के नर्सरी हेतु खेत की तैयारी की जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।
साथियों, यह दिन बेहद ही खास होता है क्यूंकि जगह -जगह पर स्वास्थ्य संगठनों एवं समाज सेवियों द्वारा रक्तदान शिविर लगाई जाती हैं और स्वस्थ्य लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. इतना ही नहीं लोग इस दिन बड़े ही उत्साह और निःस्वार्थ भाव से अपने स्वेच्छापूर्वक रक्तदान करते हैं और जरूरतमंद लोगों तक ब्लड पहुँचाने में अपना योगदान देते हैं। तो,आइये हम सब मिलकर रक्तदान की इस मुहीम से जुड़े और विश्व रक्तदाता दिवस में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को विश्व रक्तदाता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरुद्दीन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि लैंगिक असमानता का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि महिलाएं अनपढ़ हैं और जब उनके अधिकारों की बात आती है तो महिलाएं पूरी तरह से शिक्षित नहीं होती हैं। केवल अगर वे समझते कि वे लैंगिक असमानता को दूर कर सकते हैं, साथ ही जब पुरुषों के बच्चे होते हैं और लड़कों को ऐसी शिक्षा दी जाती है। जब हम शुरू से ही महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में और पुरुषों को महिलाओं का सम्मान करने के बारे में सिखाते हैं तो वे महिलाओं का सम्मान कैसे कर सकते हैं? इस लैंगिक असमानता को धीरे-धीरे कम किया जा सकता है, इसे दूर करने के लिए सबसे पहले महिलाओं की शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों को जान सकें। क्षैतिज या लैंगिक असमानता को समाप्त किया गया है आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना महिलाओं का वित्तीय सशक्तिकरण उन्हें आर्थिक रूप से आगे बढ़ने में मदद करना
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आपका पैसा आपकी ताकत की आज की कड़ी में हम सुनेंगे और जानेंगे बीमा के बारे में
उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरूदीन मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि भारत जैसे देश में, विशेष रूप से भारत में, हर क्षेत्र में लैंगिक असमानता बहुत अधिक है, चाहे वह शिक्षा, राजनीति, स्वास्थ्य, किसी भी क्षेत्र या सामाजिक क्षेत्र में हो। महिलाओं और पुरुषों को किसी भी क्षेत्र में समान अधिकार नहीं हैं। उसके पास उन दोनों को शिक्षित करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं है। यदि उन दोनों को चुनने का विकल्प मिलता है, तो वह अपनी लड़की को प्राथमिकता नहीं देते हुए पुरुष को प्राथमिकता देता है। यह उनकी सोच है। यह एक बहुत ही अनुचित व्यवस्था है या लोगों की सोच बहुत संकीर्ण है कि महिलाओं को आगे नहीं बढ़ने दिया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र में अब राजनीतिक क्षेत्र शुरू हो गया है कि उन्हें राजनीतिक क्षेत्र में कुछ अधिकार दिए जाएं, आरक्षण दिया जाए ताकि महिलाएं भी आगे बढ़ सकें, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। ऐसा होता रहा है कि छोटे पैमाने पर लड़े जाने वाले चुनावों में भी महिलाओं को आरक्षण दिया जाता है, लेकिन जब वे जीतती हैं तो वे काम नहीं करती हैं और उनके घर का कोई अन्य सदस्य उनकी ओर से काम कर रहा होता है। इसलिए हर क्षेत्र में महिलाओं के लिए असमानता है, यानी किसी भी क्षेत्र में, अगर पुरुषों और महिलाओं को नौकरी मिलती है, तो उन दोनों को नौकरी मिलती है, लेकिन उनके वेतन में असमानता है, यानी लिंग के आधार पर।
नमस्कार आदाब साथियों ,मोबाइल वाणी लेकर आया है रोजगार समाचार। यह नौकरी उनके लिए है जो टेस्ट प्रेप पब्लिकेशन से जुड़कर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य करना चाहते है। नौकरी करने का कार्यस्थल लखनऊ उत्तरप्रदेश होगा। न्यूनतम 12वीं पास व्यक्ति ,जिनके पास कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य करने का कम से कम एक साल का अनुभव हो साथ ही कोरलड्रा में दक्षता प्राप्त हो ,वैसे व्यक्ति इस पद के लिए अपना साक्षात्कार दे सकते है। चयनित व्यक्ति को उनके कार्य अनुसार प्रतिमाह 8 हज़ार रूपए से 14 हज़ार रूपए वेतन दिया जाएगा। इच्छुक व्यक्ति कंपनी के इस नंबर पर संपर्क कर इस पद से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है। कंपनी का नंबर है : 7317000225 .तो साथियों,अगर आपको यह जानकारी लाभदायक लगी, तो मोबाइल वाणी एप्प पर लाइक बटन दबाये साथ ही फ़ोन पर सुनने वाले श्रोता 5 दबाकर इसे पसंद कर सकते है। नंबर 5 दबाकर यह जानकारी आप अपने दोस्तों के साथ भी बाँट सकते हैं।
हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। बाल श्रम इस अधिकार का हनन करता है।” यह एक प्रसिद्ध व्यक्ति मलाला यूसुफजई के विचार है। वाकई में बाल श्रम एक ऐसा अभिशाप है जो बच्चों को न केवल शिक्षा से दूर कर रहा है बल्कि उनका सम्पूर्ण बचपन भी छीन लेता है इतना ही नहीं यह समाज को विनाश के पथ पर आगे बढ़ाता है। बच्चे देश के भविष्य होते हैं लेकिन बाल श्रम जैसी कुरीति से बच्चों का भविष्य ही अँधेरे में जा रहा है। जिस उम्र में बच्चे खेल कूद कर जीवन के हर पहलुओं को समझते है,उस उम्र बच्चे बाल श्रम करने को बेबस है । तो साथियों , आइये मिलकर बाल श्रम के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद करे और न सिर्फ देश से बल्कि सम्पूर्ण विश्व से बाल श्रम की प्रथा को खत्म करने में अपना भागीदारी सुनिचित करें।
खुद का खेल बनाना बच्चों को सीखने में मदद करता है, इससे उनका दिमाग तेज़ होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है | खेल में माता पिता का साथ बच्चों और उनके बीच के रिश्ते को और गहरा करता है | क्या आप अपने बच्चों के साथ उनके द्वारा बनाया गया कोई खेल खेलते है ?