अपनी इच्छानुसार पेड़ लगाने से हमें कई लाभ होते हैं। ऑक्सीजन पेड़ों द्वारा प्रदान की जाती है क्योंकि हर कोई जानता है कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं। ऑक्सीजन मनुष्यों के लिए आवश्यक है। प्राणियों के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है। इस तरह हमें पेड़-पौधों से फल, रक्त वाहिकाएं और लकड़ी भी मिलती है। यह वनों की कटाई को रोककर पर्यावरण को साफ करने के लिए पक्षियों और जानवरों के लिए एक आश्रय भी बन जाता है। इस तरह, एक पेड़ लगाने से बहुत लाभ होता है।
साथियों, हमें बताएं कि क्या आपके क्षेत्र के सरकारी जिला अस्पतालों, उपस्वास्थ्य केन्द्रों, स्वास्थ्य केन्द्रों, आंगनबाडी में पानी की कमी है? क्या वहां प्रशासन ने पानी की सप्लाई व्यवस्था दुरूस्त नहीं की है? अगर अस्पताल में पानी नहीं मिल रहा है तो मरीज कैसे इलाज करवा रहे हैं? क्या पानी की कमी के कारण बीमार होते हुए भी लोग इलाज करवाने अस्पताल नहीं जा रहे? या फिर आपको अपने साथ घर से पानी लेकर अस्पताल जाना पड़ रहा है? अपनी बात अभी रिकॉर्ड करें, फोन में नम्बर 3 दबाकर.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरुद्दीन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को हमें घरेलु हिंसा के बारे में जागरूक करना होगा
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा पौधों में बोरोन की कमी और अधिकता के लक्षण के बारे में जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरुद्दीन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि चुनाव लड़ने से पहले लोगों के पास जाने से पहले घोषणापत्र जारी करना चाहिए। वह जानती हैं कि लोगों के लिए चुनाव जीतने के बाद क्या करना है या क्या करना है या वह एक घोषणापत्र के माध्यम से लोगों को बताती हैं लेकिन महाराष्ट्र के एक गाँव में। ऐसे समूह हैं जिन्होंने अपना घोषणापत्र जारी किया है यानी लोगों द्वारा घोषणापत्र राजनीतिक दलों को जारी किया गया है कि आप यह काम तभी करेंगे।
उत्तरप्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से फकरुद्दीन ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भारत जैसे बड़ी आबादी वाले देश में लैंगिक असमानता अधिक है, जहां महिलाओं को सभी क्षेत्रों में पुरुषों के बराबर नहीं माना जाता है। चाहे वह नौकरी, शिक्षा या किसी भी क्षेत्र में हो, उनके साथ असमानता का व्यवहार किया जाता है, यानी अगर नौकरी में महिलाओं और पुरुषों के लिए समान पद हैं, तो वहाँ महिलाओं को कम और पुरुषों को अधिक वेतन दिया जाता है।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ जीव दास साहू , मानसून पूर्व पौधो की नर्सरी लगाने के बारे में जानकारी दे रहे हैं।नर्सरी लगाने में किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा जैविक कीटनाशक ब्यूवेरिया बेसियाना के बारे में जानकारी दे रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें