उत्तर प्रदेश राज्य के सुल्तानपुर जिला से सहनाज मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि समाज की प्रमुख समस्याओं में से एक यह है कि हर माता - पिता को शादी के समय बेटी को एक नया उपहार देना पड़ता है । दिवाली के दिन इस उपहार को लेने की परंपरा रही है जिसे दहेज कहा जाता है , घर से बाहर निकलने के समय दी जाने वाली घरेलू जरूरतों के समान , आज दहेज में अविनाशी कपड़े के कारीगर उपकरण शामिल हैं । नॉक को आसान बनाने का स्वैच्छिक प्रयास समय के साथ , दायित्व बदल गया है ।