माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.
तस्वीरों में दिख रहे इस दिव्यांग को देखिए इसका नाम है सुरेश जो की रायबरेली जिले के लालगंज ब्लाक के खजूर गांव का रहने वाला है पिछले काफी समय से ट्राई साइकिल के लिए अधिकारियों के पास जाकर चक्कर लगा चुका है लेकिन इसे अब तक ट्राई साइकिल नहीं मिली दिव्यांग सुरेश कहते हैं कि अधिकारियों के पास कई बार गया लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी जिसके चलते पुरानी टूटी ट्री से साइकिल के सहारे चलता फिरता है
रायबरेली में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रत्येक सोमवार को दिव्यांग जनों को दिव्यांग पत्र प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे ,इसके लिए चिकित्सकों का नियुक्ति कर दी गई है और दिव्यांग बोर्ड बनाया गया है।
दिव्यांग बच्चों के शैक्षणिक उन्मुखीकरण हेतु राही नगर अमावां सतांव हरचंदपुर विकासखण्ड के भिन्न भिन्न दिव्यांगता से ग्रसित 50 एक्सपोज़र विजिट का आयोजन किया गया। एक्सपोज़र विज़िट में बच्चों को लखनऊ के चिड़ियाघर का भृमण कराया गया। गुब्बारों आदि से सुसज्जित बस को बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने झंडी दिखाकर रवाना किया। एक्सपोज़र विजिट का व्यवस्थापन विशेष शिक्षक शैलेश मौर्या भूपेन्द्र सिंह ने किया।
रायबरेली जिले के शिवगढ़ थाना क्षेत्र के दरियाव गंज गांव के रहने वाले अनिल कुमार नाम के दिव्यांग ने डीएम से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।पीड़ित ने बताया कि गांव के ही रहने वाले शमसेर सिंह से उसने 2011 में खरीदा था।लेकिन अब शमसेर अपने साथियों के साथ आकर घर पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है।
विकासखंड अमावा के कम्पोज़िट विद्यालय हैबतमऊ में दिव्यांगों के लिए कार्यरत संस्था ओम मानव संस्थान ओमस द्वारा विभाग की समेकित शिक्षा इकाई के साथ मिलकर सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें संस्थान तथा विद्यालय से जुड़े दिव्यांग बच्चों ने मिलजुल कर बड़े उत्साह से प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभा करने का मौका दिया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कल्पना तिवारी ने की। तथा अतिथि के रूप में समेकित शिक्षा से विशेष शिक्षक अभय प्रकाश श्रीवास्तव ने कार्यक्रम को गति प्रदान की। ओम मानव उत्थान संस्थान की तरफ से दृष्टिबाधित बालक शबाब अली ने अरे द्वारपालों कनहैया से कह दो.. गीत प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। प्रधानाध्यापिका दिव्यांग बच्चों को आगे बढ़ने को प्रेरित किया तथा विद्यालय स्तर पर हर प्रकार के का सहयोग देने का आश्वासन दिया। विशेष अतिथि के रूप में विशेष शिक्षक पर प्रकाश श्रीवास्तव ने दिव्यांग बच्चों अपने अंदर दृढ़ इच्छा शक्ति पैदा करने के लिए प्रेरित किया तथा सामान्य बच्चों को अपनी सोच में दिव्यांग बच्चों के प्रति सम्मान एवं सहयोग की भावना पैदा करने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों कार्यक्रम में मानसिक मन्द बालक से अंकुश ने मेरा मुल्क मेरा देश गीत गाकर सभी को अचंभित कर उत्साह से भर दिया। कुर्सी दौड़ प्रतियोगिता में मीनू प्रथम दिव्यांशु द्वितीय तथा आंचल तृतीय स्थान पर रहे। आस्था एवं अंकुश सुंदर गीत प्रस्तुत किया। लक्ष्मी एवं अश्विन ने सुंदर चित्रकारी की। मीनू दिव्यांशु शबाब प्रियांशु आंचल सेवा संकेत आयुष आस्था अंकुश प्रिंस नंदिनी और विशाल आदि अश्विन एवं लक्ष्मी आदि दिव्यांग बच्चों ने दौड़ प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकों कल्पना तिवारी, सन्ध्या शुक्ला, रिमी अनवर, संगिता पाठक, ऋचा वर्मा, तसमीम फात्मा इंद्रा बहादुर ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया। इस अवसर पर धनराजा सुनीता उर्मिला बिमला निर्मला रवि आदि क्षेत्रीय लोगों ने पूरे कार्यक्रम में उपस्थित रहकर दिव्यांग बच्चों का हौसला बढ़ाया।