आज 2 फरवरी को जिला चिकित्सालय में टीवी क्लिनिक यूनिट में टीवी कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक की गई जिसमें उनको निर्देशित करते हुए जिला छह रोग अधिकारी डॉक्टर अनुपम सिंह ने कहा कि 2025 में टीवी उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है इसके लिए हम सभी लोगों को पूरी तरह अपना 100% योगदान देना होगा तभी यह लक्ष्य संभव है और सभी टीवी रोगियों के नोटिफिकेशन और निश्चय पोषण योजना आज के विषय में डिटेल लेकर उन्हें अपडेट किया गया इस कार्यक्रम में टीवी यूनिट के समस्त स्टाफ वह कार्य क्षेत्र में काम कर रहे एसटीएस उपस्थित रहे

बछरावां थाना क्षेत्र अंतर्गत शिवगढ़ मार्ग पर शारदा नहर के पास एक विशालकाय अजगर ग्रामीणों ने देखा जिसे देखकर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए ।वही स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सूचना वन विभाग की टीम को दी, वन विभाग की टीम जब तक पहुंचती तब तक अजगर उन्ही झाड़ियो में कहीं छुप गया। कड़ी मशक्कत करने के बाद भी सफलता हाथ नहीं मिली। जिसके चलते ग्रामीणों में हड़कंप मचा हुआ है, तथा दहशत का माहौल व्याप्त है।

महाराजगंज रायबरेली, महाराजगंज कस्बे के वरिष्ठ पत्रकार हुआ पत्रकार जगत के पुरोधा के नाम से जानने वाले दादा सुभाष पांडे को हार्ट अटैक से हुई मौत। मौत पर कस्बा सहित क्षेत्र वासियों में शोक की लहर दौड़ गई।

एचआईवी संक्रमितों के रक्त की जांच के लिए सीडी-4 मशीन का परिचालन शुरू जिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने किया शुभारंभ रायबरेली, 2 फरवरी 2024 राणा बेनी माधव जिला अस्पताल के एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी(एआरटी) सेंटर में सीडी-4 मशीन का शुक्रवार को उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. महेंद्र मौर्य ने किया | इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि एच आई वी संक्रमित व्यक्तियों को दी जाने वाली औषधियों की प्रभावशीलता को जांचने के उद्देश्य से सीडी-4 की जांच किया जाना महत्त्वपूर्ण हैं । इस अवसर पर मौजूद ए आर टी केंद्र के नोडल अधिकारी डा प्रदीप कुमार ने बताया कि जिले में संचालित हो रहे ए आर टी केंद्र में वर्तमान में 1010 व्यक्ति निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ ले रहे है | अब सीडी-4 की जांच केंद्र पर ही उपलब्ध होने से उन्हें इसका त्वरित लाभ मिल सकेगा मशीन को संचालित करने वाले प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ भूपेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की इससे पूर्व एचआईवी संक्रमितों के रक्त का नमूना लेकर लखनऊ स्थित मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता था जिससे सीमित संख्या में ही जांच किया जाना संभव हो पाता था परंतु नई मशीन लग जाने से कार्य में और तेजी आयेगी । इस अवसर पर वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डा अल्ताफ हुसैन , जिला अस्पताल की मैट्रन श्रीमती अर्चना पांडेय, क्वालिटी मैनेजर डा बी आर यादव , केंद्र के परामर्शदाता अमित दुबे , डाटा मैनेजर हिमांचल सिंह , फार्मासिस्ट प्रियंका गुप्ता , केयर कोऑर्डिनेटर विजय कुमार मौर्य उपस्थित रहे ।

बचाव का एकमात्र विकल्प फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन: डॉ. रितु - आईडीए अभियान को लेकर विद्यार्थियों को किया गया जागरूक लखनऊ, 2 फरवरी 2024। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद में 10 से 28 फरवरी तक सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) अभियान चलाया जाएगा। इसी क्रम में शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित समाज कार्य विभाग में विद्यार्थियों को आईडीए अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. रितु श्रीवास्तव ने कहा कि फाइलेरिया का दूसरा नाम हाथी पांव है। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। इससे बचाव का एकमात्र विकल्प फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन है। सर्वजन दवा सेवन अभियान के दौरान स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने ही फाइलेरिया रोधी दवाएं आइवरमेक्टिन, डाईइथाईल कार्बामजीन और एल्बेंडाजोल खिलाएंगे। आप सब दवाओं का सेवन जरूर करें। मैं भी पिछले पांच साल से इन दवाओं का सेवन कर रही हूं। इससे मुझे कोई समस्या नहीं हुई है। यह दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि दवा खाने के बाद जी मितलाना उल्टी जैसे समस्याएं होती है तो इसका मतलब है कि शरीर में फाइलेरिया के परीजीवी थे और उनके मरने के परिणामस्वरूप यह प्रतिक्रियाएं होती हैं। यह अपने अप ठीक हो जाती हैं यदि कोई समस्या है तो स्वास्थ्यकर्मी या रैपिड रिस्पॉन्स टीम से संपर्क करना चाहिए। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन एक वर्ष के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमार को छोड़कर सभी को करना है। आइवरमेक्टिन ऊंचाई के अनुसार खिलाई जाएगी। एल्बेंडाजोल को चबाकर ही खानी है। एक से दो वर्ष की आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली खिलाई जाएगी। डाईइथाइल कार्बामाजिन (डीईसी) की गोली उम्र के हिसाब से खिलाई जाएगी। दो साल से कम उम्र के बच्चों को यह गोली नहीं दी जाएगी। दो से पांच साल तक की उम्र के बच्चों को एक गोली, पांच से दस साल तक को दो गोली, 10-15 साल के लोगों को तीन और 15 साल से अधिक के लोगों को चार गोली खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया बीमारी का असर स्वास्थ्य पर तो पड़ता ही है इसके अलावा रोजी रोटी और सामाजिक जीवन पर भी पड़ता है। यह आनुवंशिक रोग नहीं है बल्कि मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। फाइलेरिया से संक्रमित एक व्यक्ति अन्य स्वस्थ लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है। इस मौके पर प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) के प्रतिनिधि सहित शिक्षक और छात्र मौजूद रहे।

फाइलेरियारोधी दवा पूरी तरह सुरक्षित : मुख्य चिकित्सा अधिकारी 10 फरवरी से चलेगा आईडीए अभियान उन्नाव, 2 फरवरी, 2024 | जनपद में 10 फरवरी को जब आशा दीदी घर की कुंडी खटखटायें और कहें कि आओ सब लोग और फाइलेरिया की दवा खाओ तो मना मत करिएगा कि नहीं हम नहीं खाएंगे | घर पर दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोड़कर सभी लोग दवा खाएं | किसी भी तरह का बहाना मत बनाइयेगा | यह कहना है मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सत्यप्रकाश का | मुख्य चिकित्सा अधिकारी कहते हैं कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उनमूलन कार्यक्रम के तहत जनपद के 10 ब्लॉक बांगरमऊ, बिछिया, बीघापुर, फतेहपुर चौरासी, मियांगंज, सफीपुर, पुरवा, नवाबगंज, गंज मुरादाबाद और सुमेरपुर में 10 से 28 फरवरी तक सर्वजन दवा सेवन(आईडीए) अभियान चलेगा, बाकि आठ ब्लॉक उन्नाव शहरी क्षेत्र, असोहा, हसनगंज, हिलौली, शुक्लागंज, औरास, सिकंदर सिरौसी और सिकंदरपुर कर्ण में नाइट ब्लड सर्वे के दौरान एक प्रतिशत से भी कम केस मिले हैं, इसलिए इन क्षेत्रों में यह अभियान नहीं चलाया जाएगा। आईडीए अभियान के तहत फाइलेरियारोधी दवा आइवरमेक्टिन, डाईइथाईल कार्बामजीन और एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी | फाइलेरियारोधी दवा खाएं और जनपद को फाइलेरियामुक्त बनाने में सहयोग करें | अभियान के नोडल अधिकारी डा जे.आर.सिंह ने बताया कि वह पिछले सात साल से फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन कर रहे हैं, उन्हे दवा खाने के बाद कोई समस्या नहीं हुई | दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रमाणित हैं | यह मत समझें कि बिल्कुल स्वस्थ हैं तो दवा का सेवन क्यों करें | यह बीमारी फाइलेरिया परजीवी से संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती है जब स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया संक्रमित मादा क्यूलेक्स मच्छर काटता है तो स्वस्थ लोग भी संक्रमित हो जाते हैं और इसके लक्षण पाँच से दस साल बाद और कभी-कभी तो पंद्रह साल के बाद दिखाई पड़ते हैं | तब तक देर हो चुकी होती है | फाइलेरिया ऐसी बीमारी होती है जिसका कोई इलाज नहीं है | इसका केवल प्रबंधन ही किया जा सकता है | व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी होते हैं और वह जाने अनजाने अन्य लोगों को संक्रमित करता रहता है | जिला मलेरिया अधिकारी रमेश यादव ने बताया कि आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक साल में एक बार फाइलेरियारोधी दवाओं का सेवन कर इस बीमारी से बचा जा सकता है | कुछ व्यक्तियों में दवा सेवन के बाद इसके प्रभाव जैसे चक्कर आना, जी मितलाना और उल्टी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं इसका मतलब है व्यक्ति में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद थे और उनके मरने के परिणाम स्वरूप यह प्रतिक्रिया हुई है | इसलिए परेशान न हों, यह थोड़ी देर में अपने आप ठीक हो जाते हैं | यदि फिर भी कोई समस्या महसूस होती है तो आशा कार्यकर्ता या रैपिड रिस्पॉन्स टीम(आरआरटी) से संपर्क करें |

नगर स्थित डॉ भीमराव अम्बेडकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गेट के पास लगी राज्य सरकार की होर्डिंग में लगी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की लगी फोटो को कालेज के प्राचार्य ने कर्मचारियों द्वारा तोड़वा कर नाले में फेकवाया गया

सरेनी रायबरेली सरेनी विकास खंड के अंतर्गत पूरे चंदू मे कथा चल रही श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह तीसरे दिन शुक्रवार को भक्ति के रंग में पूरी तरह कथा व्यास द्वारा राधा कृष्ण की गूंज के साथ झूमत नजर आए।

उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार व जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली तरुण सक्सेना के दिशा निर्देश में 9 मार्च 2024 को दीवानी न्यायालय रायबरेली में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है।

रायबरेली, जिला अधिकारी हर्षिता माथुर ने स्थाईऔरअस्थाई गौशालाओं के निरीक्षण के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों के साथ विकास भवन स्थित महात्मा गांधी सभागार में बैठक की।