रायबरेली जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव के साथ जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक विकास भवन स्थित महात्मा गांधी सभागार में की। बैठक का उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं की अब तक की हुई प्रगति जानना था। उन्होने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि लोगो को गुणवक्तता परक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाए। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत आने वाली सभी माताओं को योजना से आच्छादित कराया जाए। आशा बहुओं के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ लोगो तक पहुंचाया जाए। नवजात शिशुओं की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। सभी सीएचसी पीएचसी में चिकित्सक हर समय उपस्थित रहे जिससे लोगो को इमरजेंसी में तुरंत स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचनी चाहिए। इसके लिए अधिक से अधिक लोंगो का आयुष्मान कार्ड बनाया जाए। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि अपने अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता से लागू करवाए। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 वीरेंद्र को निर्देश दिया कि जो भी चिकित्सा अधिकारी लापरवाही कर रहे है उनका वेतन रोक दिया जाए। क्षय रोग की रोकथाम के लिए निर्देश दिया कि ऐसे रोगियों की पहचान करके उनका इलाज किया जाए। साथ ही लोगो के बीच जागरूकता के लिए इसका प्रचार प्रसार कराया जाए। बेहतर कार्य करने वाली सीएचसी को जिलाधिकारी ने शाबासी भी दी। सीएचसी डीह के अधीक्षक डॉ0 तारीख इकबाल को कायाकल्प योजना में लगातार 2 वर्ष तक सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए तथा इको फ्रेंडली कार्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, जिला चिकित्सालय अधीक्षक, जिला महिला चिकित्सालय अधीक्षक एवम सभी चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।