शिक्षा द्वारा हमें नैतिक मूल्यों, समाज सेवा की भावना, सामाजिक न्याय और समरसता के महत्व को समझने में मदद मिलती है। शिक्षित लोग समाज की समस्याओं के समाधान में योगदान करते हैं, सामाजिक बदलाव को प्रोत्साहित करते हैं और समाज के उद्धार में योगदान करते हैं। विद्यालयों में सम्पन्न होने वाले कार्यक्रम छात्र-छात्राओं के जीवन के हर पहलू पर समारात्मक प्रभावत डालते हैं। उक्त उद्गार रायबरेली शहर के ख्याति प्राप्त शिक्षण संस्था संशिक्षा क्रिएटिव स्कूल में सम्पन्न हुए वार्षिकोत्सव कार्यक्रम के दौरान *नन्दन सिंह बोरा, निदेशक निफ्ट* ने व्यक्त किये। *विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे व्यापार मण्डल के प्रदेश संगठन मन्त्री मुकेश रस्तोगी* ने छात्रों एवं विद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है, जिससे मनुष्य में ज्ञान का प्रसार होता है। इंसान की बुद्धि का विकास शिक्षा अर्जित करने से ही होता है। अतिथि के रूप में पधारे *सिमहैन्स हास्पिटल के निदेशक डा0 मनीष चौहान* ने कहा कि शिक्षा न हो तो मनुष्य के जीवन की कल्पना भी मुश्किल है। *आई.टी.आई.लि. के यूनिट हेड राजीव श्रीवास्तव* ने कहा कि आज के समाज में शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। शिक्षा के उपयोग तो अनेक हैं, परन्तु उसे नई दिशा देने की आवश्यकता है। बच्चों ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वार्षिक उत्सव का थीम इवोल्यूशन था। बच्चों ने थीम के साथ ही कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। इस श्रृंखला में बूम-बूम, आस्तिक, बंगाल, नृत्य, चार्लीग् चैपलनि, ताइकवांडो, माणिके, दहेज प्रथाम, खलासी, इसरो, सेवेन स्टेजेस आफ लाइन, आलसी नृत्य, इतिहास नृत्य, टूटिंग, हरियाणवी नृत्य, भारत का इतिहास, हास्य, नृत्य, ख्वाजा मेरे ख्वाजा, शिव तांड़व, सरस्वती वंदना, रघुवन आदि थे, जिनमें अद्रिका, अरनव, देवांशी, संस्कृति, पारूल, काव्या, समीक्षा, अनुष्का, पल्लवी, वैश्णवी, शिखर, शिवन्य आदि बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी। विद्यालय के निदेशक अभिषेक निरंजन एवं नीरज वर्मा ने आए हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से *डा0 श्रुति त्रिपाठी, डा0 ओमिका चौहान, ए.के. सिंह* सहित तमाम गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।