लालगंज, प्रतापगढ़ ।चमरुपुर शुक्लान मे राधेकृष्ण मिश्र के यहां हो रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के तीसरे दिन रविवार को कथाव्यास आचार्य पं. गिरीशचन्द मिश्र जी महराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से ही कलिकाल मे मानव तन को समस्त वैभव की अनुभूति हो जाया करती है। उन्होनें कहा कि भगवान की कथा अमृत है और इसका रसपान करने वाला प्राणी कभी भी दुख का कष्ट नही सहन करना पड़ता। उन्होने कहा कि भगवान के प्रति शरणागत जीवन सदैव धरती पर ही समस्त वैभव व सुख से अलंकृत दिखा करता है।संयोजक संतोष मिश्र ने मुख्य कथा व्यास आचार्य पं. काली प्रसाद मिश्रएंव कथा व्यास आचार्य गिरीशचन्द मिश्र का रोली चन्दन से टीका करके सारस्वत अभिनन्दन कर उनका आशिर्वाद लिया । कथा के सह संयोजक प्रमोद मिश्र एंव अजय मिश्र ने प्रसाद वितरण में सहयोग किया।इस मौके पर संजय मिश्र, अजय‌ मिश्र, पवन शुक्ल, हृदय नारायण मिश्र, विनय मिश्र, राहुल मिश्र, मनोज मिश्र, अनुज, प्रांशू, देव, वैभव, संजय मिश्र आशीष मिश्र, हर्षित मिश्र, रोहित मिश्र आदि रहे ।