फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफ़ॉर्म के सदस्य फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के लिए कर रहे सहयोग उन्नाव, 16 फरवरी 2024 राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जनपद के 10 ब्लॉक में 10 से 28 फरवरी तक सर्वजन दवा सेवन अभियान चल रहा है । इसी क्रम में स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करा रहे हैं । मंगलवार को ब्लॉक अचलगंज के ग्राम बदुवाखेडा की आशा कार्यकर्ता राजकुमारी जब गाँव में दवा खिलाने गई तो वहाँ पर कुछ लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने से मना कर दिया । अगले दिन राजकुमारी फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य मुकेश को अपने साथ लेकर फिर से गाँव में गई और गाँव में मुकेश ने फाइलेरिया प्रभावित पैर को दिखाते हुए सभी लोगों को समझाया कि यदि आप दवा खा लेंगे तो फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग से बचे रहेंगे। दवा सुरक्षित है और इस दवा को खाने के बाद कोई भी दिक्कत नहीं होती | यदि आपके अंदर फाइलेरिया के परजीवी हैं तभी आपको उल्टी, सिर भारी होना, चकत्ते आदि लक्षण हो सकते हैं । इससे आप परेशान ना हों बल्कि इसका मतलब है कि आपके शरीर में फाइलेरिया के परजीवी थे और दवा का सेवन करने के बाद वह परजीवी मर गए । परजीवियों के मरने के परिणामस्वरूप यह प्रीतिक्रिया हुई है । मुकेश ने समझाया कि अन्य जो लोग इस समय नहीं है वह लोग आशा कार्यकर्ता से मिलकर दवा ले लें और उसका सेवन करें । मुकेश के समझाने का परिणाम हुया कि सात लोगों ने फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सत्यप्रकाश ने लोगों से अपील की है कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करें । दवा पूरी तरह से सुरक्षित है | फाइलेरिया ऐसी बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है । इससे बचाव ही प्रमुख विकल्प है । इस बीमारी का केवल प्रबंधन ही किया जा सकता है । इसलिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का सहयोग करें । जब भी वह दवा खिलाने आएं तो दवा का सेवन अवश्य करें । मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है । राष्ट्रीय वेक्टरजनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. जे.आर. सिंहने कहा कि यह दवा गर्भवती, दो साल से कम आयु के बच्चों और अति गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोड़कर सभी को खानी है । फाइलेरिया से बचाव के लिये जरूरी है कि फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करें और मच्छरों से बचें । जिला मलेरिया अधिकारी रमेश् यादव ने बताया कि आईडए अभियान के शुरू के चार दिनों में 4.5 लाख से अधिक लोगों ने फाइलेरियारोधी दवा का सेवन किया है । अभियान में विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित स्वयंसेवी संस्थाएं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफॉर), पीसीआई और पाथ सहयोग कर रही हैं । इसके साथ ही जनपद के 10 ब्लॉक में पेशंट नेटवर्क के सदस्य समुदाय को फाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने के लिए जागरूक कर रहे हैं ।