रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने विकास भवन स्थित महात्मा गांधी सभागार में बृहद,कान्हा उपवन, अस्थाई और स्थाई गोवंश आश्रय स्थल कि जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक की। बैठक में अधिकांश नोडल अधिकारियों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि गोशालाओं में अभिलेखों का अभाव देखने को मिला। जिसके संबंध में जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी खंड विकास अधिकारी अपनी अपनी गोशालाओं में अभिलेखीय विवरणो को समय से प्रमाणित करे। उन्होंने कहा कि गोवंशों की मृत्यु होने पर उनका उचित तरीके से प्रबंधन कराया जाए। लापरवाही बरतने वालो पर सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। पशु चिकित्साको को निर्देश दिया कि गोवंशों का समय से परीक्षण किया जाए। ईओ नगरपालिका को निर्देश दिया कि नगर क्षेत्रो से आवारा गो पशुओं को पकड़ कर गोशालाओं में संरक्षित किया जाए। इसे गंभीरता से लिया जाए। उपजिलाधिकारियो को निर्देश दिया कि वे भी अपने लेखपालो को निर्देश दे कि गोशालाओ के संचालन पर नजर रखे । यदि किसी लेखपाल के क्षेत्र में लापरवाही हो रही हो तो लेखपालो पर कड़ी कार्यवाही करे। गौशालाओं में उनकी क्षमता के अनुसार गोवंशों को रखा जाए निर्माणाधीन नवीन गोआश्रय स्थलों में मानक का पूरा ध्यान रखा जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार के अतिरिक्त सभी नोडल अधिकारी, उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी,ईओ उपस्थित रहे।