भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने वृद्धाश्रम के बुजुर्गों से लिया आशीर्वाद निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करना मेरा संकल्प- बृजेश श्रीवास्तव रायबरेली। भौतिकवादी युग में जहाँ एक ओर अपने स्वार्थ की भावना ने मानवीय संवेदनाओं को अपनी मुट्ठी में बंद कर लिया है तो दूसरी तरफ आज भी समाजसेवियों की कमी नहीं है। भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट, शिवाजी नगर रायबरेली के अध्यक्ष बृजेश कुमार श्रीवास्तव समाज सेवा के लिए पूरी तहर से समर्पित हैं उन्होंने बताया कि निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा करना मेरा संकल्प है। शिक्षा स्वास्थ्य, महिला कल्याण, बुजुर्गों की सेवा करना ही भारतीय जन कल्याण ट्रस्ट और मेरा लक्ष्य है। इस क्रम में ट्रस्ट ने अपना स्थापना दिवस वृ़द्धजनों के बीच मनाने का निर्णय लिया । खास बात यह है कि चकाचैंध भरी जिंदगी में लोग अपने माता-पिता की उपेक्षा कर रहे हैं। ऐसे में बुजुर्ग व असहायों की सेवा करने से पुण्य मिलता है। इस प्रकार की सेवा करने से यह लोक और परलोक दोनों ही सुधरते हैं। सभी को अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। माता पिता की सेवा करने से उनके हृदय से जो आशीर्वाद निकलता उससे जीवन संवरता है साथ ही विकास के रास्ते माता -पिता के आशीर्वाद से प्राप्त होते हैं। इस अवसर पर गायिका श्रीमती साक्षी सिंह ने माँ पर केंद्रित गीत पढा, जिसको सुनकर सबकी आँखें भर आईं। डॉ संतलाल भाषा सलाहकार ने कहा कि वास्तव में आज जो कुछ भी हम हैं, कहीं न कहीं माता-पिता की बदौलत ही हैं, उन्हें भुलाकर आर्थिक विकास तो कर सकते हैं, किंतु मानसिक शांति नहीं मिलेगी। माँ की जरूरत वही समझ सकता है, जिसकी माँ इस नश्वर दुनिया में न हो। माँ अपनी संतानों को गर्भावस्था से लेकर आजीवन सुखी रखने के लिए काल से भी लड़ जाती है। निरक्षर माता-पिता अपनी चार पाँच संतानों का भरण पोषण अपना पेट काट कर करते हैं। किंतु अफसोस सभी संताने मिलकर भी बूढ़े लाचार माता पिता की सेवा नहीं कर पाते हैं। तब शायद ये लोग वृद्धाश्रम की ओर रुख करने को मजबूर हो जाते हैं। ट्रस्ट की ओर से फल, मिष्ठान आदि वितरण करके कार्यक्रम का समापन किया गया। वृद्धाश्रम के प्रबन्ध संचालक धनंजय सिंह, हिमांशु, नीलम, अतुल श्रीवास्तव आदि चैबीस घंटों बुजुर्गों की सेवा में तत्पर रहते हैं। इस अवसर पर संस्था उपाध्यक्ष श्रीमती नीतू श्रीवास्तव, श्रद्धा श्रीवास्तव, राजेश पाल, विकास श्रीवास्तव, शुभम शुक्ला, राधेश्याम यादव, सुधांशु श्रीवास्तव, नीलेश श्रीवास्तव, मनीष विश्वकर्मा, सतीश यादव, रविकान्त यादव, हेमन्त चैधरी आदि लोग उपस्थित थे।