रायबरेली जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने स्थायी और अस्थायी गोशालाओ के निरीक्षण के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों के साथ विकास भवन स्थित महात्मा गांधी सभागार में बैठक की। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि निरीक्षण में दिए गए बिंदुओ के आधार पर जो भी रिपोर्ट नोडल अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराई जाए उसकी भी उच्च अधिकारियों के द्वारा जांच की जाए। इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। कहा कि निरीक्षण में पशुओं की चिकित्सा पर विशेष ध्यान दिया जाए। रिपोर्ट में खानापूर्ति नहीं चलेगी। यदि कोई गोवंश बीमार है तो उसका चिकित्सकीय विवरण अवश्य देखा जाए तथा अभी तक इस मामले में क्या-क्या कार्रवाई की गई है उसकी भी जांच की जाए। पशुओं के चारा स्टाक का गंभीरता से निरीक्षण किया जाए। हरा चारा अवश्य दिया जाए। अन्यथा संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाए। निरीक्षण के दौरान गोशालाओं की समस्याओं को छोटी और बड़ी समस्यों में बांट के रिपोर्ट तैयार की जाए। शासन के स्तर पर इसे गंभीरता से लिया जाता है अतः इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न कि जाए। नोडल अधिकारी अपने-अपने गोशालाओं की समय से रिपोर्ट भेजेंगे। जिन छब्बीस बिंदुओं पर रिपोर्ट देनी है उनमे गोशालाओं के शेड,चारा,पानी, प्रकाश,चिकित्सा और साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार के अतिरिक्त सभी नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।