जगतपुर-रायबरेली, संत निरंकारी सत्संग भवन में रविवार को सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग भवन में सत्संग की अध्यक्षता करते महात्मा बसंत सिंह ने कहा कि जिसने जीवन में प्रेम करना सीख लिया उसके लिए भक्ति का मार्ग बहुत ही सहज हो जाता है। भक्ति की पराकाष्ठा ही प्रेम है। भक्तजन इस संपूर्ण संसार को ब्रह्ममय में मानकर अपने सभी का आदर सम्मान और सभी से प्रेम करते हैं। फिर मन में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं रहता एक दूसरे की मदद की जाती है सेवा भाव से ही की जाती है। मदद करने का भी मन में किसी भी प्रकार का अभिमान ना रहे संत महात्मा मानव कल्याण के लिए ही संदेश दे रहे हैं। कि यह प्रभु परमात्मा सद्गुरु की कृपा से जाना जा सकता है और इसे जानकर इसकी भक्ति करते हुए मानव जन्म मि लने का उद्देश्य भी सा र्थक हो जाएगा। इस मौके पर पप्पू , गुलाब, राम प्रसाद, सं जय, राम सुमेर, श त्रुघ्न, ऊषा, बबीता, पूनम, वंदना, रामप ्या री