वक्ताओं ने संविधान के उद्देश्यों,कर्तव्यों,अधिकारों एवं महत्व पर डाला प्रकाश शिवगढ़,रायबरेली। गत वर्षो की भांति हम भारत के लोग एवं बौद्ध उपासक महासभा द्वारा क्षेत्र के भवानीगढ़ चौराहा स्थित साधन सहकारी समिति शिवगढ़ परिसर में गणतंत्र दिवस का महापर्व मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की की प्रतिमा पर पुष्पांजलि से किया गया। कार्यक्रम का भव्य एवं सफल आयोजन मुख्य रूप से अमरीश बौद्ध, आलोक बौद्ध, दीपक बौद्ध आदि लोगों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सेवानिवृत्ति वरिष्ठ प्रभागीय लेखाधिकारी केपी राहुल, इंजीनियर भीमराज, संविधान संरक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र राज त्यागी, भारतीय बौद्ध महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सावंत,एमएल गौतम, बौद्ध उपासक महासभा के राष्ट्रीय महासचिव के.आर. रावत, जिलाध्यक्ष चंदन सोनकर, बसन्तलाल, जगजीवन भारतीय, रामदास गौतम,जागेश्वर प्रसाद,प्रेमचन्द,मनोज रावत, आदि वक्ताओं ने संविधान के उद्देश्यों, कर्तव्यों एवं अधिकार और महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए संविधान के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही। अमरीश बौद्ध ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में भारत का संविधान लागू होने के बाद हमें समानता, स्वतंत्रता और शिक्षा का समान अधिकार प्राप्त हुआ। हर वयस्क व्यक्ति को बराबरी का मताधिकार अधिकार मिला। संविधान ने अमीर,गरीब सबको जनता का प्रतिनिधित्व करने का अधिकार दिया। दीपक बौद्ध ने कहा कि हम सभी का नैतिक दायित्व है कि संविधान के मूल्यों एवं सिद्धांतों को आत्मसात कर लोकतंत्र के महत्व को भली प्रकार जाने और समझे। बाबा साहब के सिद्धांतों पर चलते हुए शिक्षित बने, संगठित रहें, और आगे बढ़ें। इस मौके पर सत्य प्रकाश, संदीप विद्यार्थी, शिव देवी, राजकुमारी सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।