रायबरेली| राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार व तरुण सक्सेना, जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली के दिशानिर्देशन व अपर जिला जज/सचिव उमाशंकर कहार के मार्गदर्शन में समाज की मुख्य धारा से कटे हुए उच्च जोखिम समूह को विधिक व सामाजिक रुप से जागरुक किये जाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायबरेली व टी0सी0आई0 फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान में ग्राम छजलापुर विधिक जागरुकता शिविर आयोजित किया गया। शिविर में उपस्थित उच्च जोखिम समूह के लोगों को उनके विधिक अधिकार विषय पर जानकारी प्रदान की गयी। शिविर में बताया गया कि उच्च जोखिम समूह को भी बिना किसी भेदभाव के गरिमापूर्ण जीवन जीने का अपरिहार्य अधिकार है। उनको भी अवसर की समता प्रदान करते हुए समाज में सम्मानपूर्वक स्थान प्राप्त करने का अधिकार है। पराविधिक स्वयं सेवक पवन कुमार श्रीवास्तव के द्वारा बताया गया कि यौनकर्मी समुदाय को किसी प्रकार की विधिक सहायता की आवश्यकता होने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से निःशुल्क विधिक सहायता प्राप्त की जा सकती है। इस अवसर पर टी0सी0आई0 फाउडेशन की जिला कोआर्डिनेटर तमन्ना आफरीन काउंन्सलर गीता श्रीवास्तव, ओ0आर0डब्ल्यू नितिशा यादव, अरविन्द प्रताप सिंह तथा पराविधिक स्वयं सेवक अभिषेक भारद्वाज, मनोज कुमार प्रजापति व उच्च जोखिम समुदाय के लोग उपस्थित रहे।