रायबरेली| शिक्षक हृदय सम्राट ,संघर्षों के महानायक, विधान परिषद में 48 वर्षों तक लगातार शिक्षकों का प्रतिनिधित्व करने वाले, शिक्षकों को शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले , शिक्षाविद, संविधान के मर्मज्ञ, पूज्य ओम प्रकाश शर्मा जी की पुण्यतिथि आचार्य द्विवेदी इंटर कॉलेज रायबरेली में बड़े ही सादगी पूर्ण ढंग से मनाई गई। पूज्य शर्मा जी के चित्र पर फूल माला चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई तथा उनके द्वारा शिक्षक हितों में किए गए कार्यों एवं संघर्षों को याद किया गया। मंडलीय मंत्री जगजीवन प्रसाद शुक्ल ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पूज्य शर्मा जी ने आजीवन शिक्षकों के लिए संघर्ष किया और जीवन के अंतिम क्षणों में 16 जनवरी 1921 को मेरठ जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर धरने को संबोधित करते हुए यह कहा था कि "शून्य से हम कहां पहुंचे, यह आप जाने । अब कहां रहना है यह भी आप जाने।।" शिक्षक पीढ़ियों तक स्व• शर्मा जी के प्रति कृतज्ञ रहेगा। इस अवसर पर जिलामंत्री शैलेश कुमार बाजपेई, शाखाध्यक्ष पारस पांडेय ,शाखामंत्री विमल शंकर मिश्र, धर्मराज पांडे, प्रदीप कुमार, रोहित मिश्र, के के यादव , रामू सहित विद्यालय के शिक्षकों और शिक्षिका ने शर्मा जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दिया। श्री गणेश इंटर कॉलेज ऐहार में जिलाध्यक्ष राकेश कुमार मिश्र ने विद्यालय के शिक्षकों के साथ 2 मिनट का मौन रखकर श्री शर्मा जी के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त किया और उन्हें याद किया। जनपद के अधिकांश विद्यालय में आज श्री शर्मा जी की पुण्यतिथि मनाई गई और शिक्षकों ने उन्हें याद किया।