नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाने के उद्देश्य से आज से बाल स्वास्थ्य पोषण माह (बीएसपीएम) शुरू हो रहा है। यह विटामिन ए संपूरण कार्यक्रम के तहत चलाया जाता है।  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि विटामिन ए की कमी से एनीमिया रोग,  प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होना, आंखों की रोशनी कम होना, अंधापन, आंखों में आंसू न बनना, रूखी त्वचा हो जाना, मुंह में छाले और दस्त जैसी समस्या हो सकती है द्य इन सबसे बचने के लिए बच्चों को विटामिन ए की दवा जरूर पिलाए।  जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा अरूण कुमार वर्मा ने बताया कि बीएसपीम के  जिले  में  नौ माह से पाँच साल के  लगभग 3.12 लाख बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाए जाने का लक्ष्य है।  जिसमे नौ से 12 माह के 18,818, एक से दो साल के 70,912 और दो से पाँच साल तक के कुल  2,22,196 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।  जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डी एस अस्थाना बताते हैं। नौ माह से 12 माह तक बच्चों को नियमित टीकाकरण के दौरान एमआर के प्रथम टीके के साथ एक मिलीलीटर (एमएल) विटामिन ए की खुराक पिलाई जाती है जबकि 16 माह से 24 माह के बच्चों को एमआर के दूसरे टीके के साथ दो एमएल देनी होती है।