शिवगढ़,रायबरेली। सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नही,मेरी कोशिश है सूरत बदलनी चाहिए। हमेशा ऐसी सकारात्मक सोंच रखने वाली क्षेत्र की ये महिलाएं वर्षों से महिला सशक्तिकरण की मिशाल बनी हुई हैं, जिन्होंने राष्ट्र उत्थान के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर इन पंक्तियों को चरितार्थ कर दिया 'तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहें न रहें।' हम बात कर रहे हैं सीईएल की सीईओ आरती कुमार,पूर्व प्रधान अनुपमा तिवारी, मीना शुक्ला,समाज सेविका रंजना सिंह,पूर्व प्रधान रामरानी रावत, टीनू चन्द्रा की जिनके अन्दर सामाजिक उत्थान के लिए त्याग एवं समर्पण की भावना कूट-कूट कर भरी है।