रायबरेली जिला अधिकारी कार्यालय के सामने एकजुट हुए सुरक्षा गार्ड कर रहे हैं न्याय की मांग कोरोना कल के दौरान एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले सैकड़ो सुरक्षा गार्डो को निकाल दिया गया जिसको लेकर सुरक्षा गार्डो ने कल मुख्यमंत्री से मिलने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचे थे जहां पर मुख्यमंत्री तो नहीं मिले लेकिन निजी सचिव के द्वारा पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला अधिकारी से मामले पर जानकारी लेकर उचित कार्रवाई के लिए आदेशित किया गया था इसी क्रम में आज एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले सैकड़ो सुरक्षा गार्डो ने जिला अधिकारी से मिलकर अपनी आपबीती बताई सुरक्षा गार्डो का साफ तौर पर कहना था कि कोरोना कल के समय हम लोगों ने अपनी जान हथेली पर रखकर वहां पर तैनात रहे और 2018 से लगातार हम लोग वहां पर नियुक्त रहे है गार्ड की सुरक्षा नियुक्ति का टेंडर दूसरी कंपनी को मिल जाने के कारण हम लोगों को वहां से हटा दिया गया है और हम सभी 120 महिला व पुरुष सिक्योरिटी गार्ड आज भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं जबकि इससे पहले भी टेंडर कई बार दूसरी कंपनी को मिला लेकिन हम लोगों की नियुक्ति को बरकरार रखा गया लेकिन अब की बार बिना बताए हम लोगों को कर मुक्त कर दिया गया जिससे हम लोगों का गुजर बसर भी होना मुश्किल हो गया है फिलहाल जिला अधिकारी ने मामले को गंभीरता से सुना है और जल्दी इसका निराकरण करने का आश्वासन जरूर दिया है आप देखना यह होगा कि इन सिक्योरिटी गार्डो को क्या न्याय मिलता है यह देखने वाली बात होगी