रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने जिला वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक कलेक्ट्रट परिसर स्थित बचत भवन में की। प्रभागीय निदेशक/सदस्य सचिव सामाजिक वानिकी प्रभाग,आशुतोष जायसवाल ने बैठक में समिति के कार्यो और उद्देश्यो की जानकारी दी। बैठक के आरम्भ में वृक्षारोपण समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जो भी पौधे वर्षाकाल में लगाये गए है उन्हें बचाने के प्रयास भी किया जाए। साथ ही उनकी जिओ टैगिंग भी कराई जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिस भी ग्राम पंचायत में पौधों की आवश्यकता है वे नजदीकी नर्सरी से लेकर उनका रोपड़ कराए। उप निदेशक कृषि को निर्देशित किया कि पौधे लेकर अधिकाधिक पौध रोपड़ कराये। वृक्षारोपण पंजिका अवश्य बना लिया जाए। अगले साल होने वाले वृक्षारोपण के लिए अभी से जगह चिंहित कर लिया जाए। जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि पीएम 10 और प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाया जाए,कचरे को जलाया ना जाये,साथ ही घरों से निकलने वाले प्रदूषण को कम किया जाए और समय समय पर पानी का छिड़काव भी कराया जाए। नगरपालिका को निर्देश दिया कि सॉलिड वेस्ट और ई-वेस्ट का ठीक प्रकार से उपचार किया जाए। चिकित्सा विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि मेडिकल कचरे का निपटारा ठीक प्रकार से कराया जाए। जिला गंगा समिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि नगरपालिका द्वारा एसटीपी का प्रबंधन किया जाए। ईओ डलमऊ को निर्देश दिया कि गंगा में जाने वाले नाले को ट्रीट करके ही पानी को छोड़ा जाए। गंगा नदी में जाने वाले नालो को ठीक करा लिया जाए। प्रदूषित पानी को नाले में ना भेजा जाए। सभी नालो पर फिल्टर चेम्बर बनवाया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव के अतिरिक्त अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।