रायबरेली। निराश्रित गोवंशों को शत-प्रतिशत संरक्षित किये जाने हेतु जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने गोशाला अनुश्रवण समीक्षा समिति की बैठक बचत भवन में की। बैठक में जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन गो आश्रय स्थलों के संबंध में जानकारी लेते हुए विद्युत,कृषि,नगरपालिका,पूर्ति,विकास,जल एवं मनरेगा विभागों को निर्देश दिया कि नई बनाई जा रही गो आश्रय स्थलों को शीघ्र बनवा लिया जाए। आश्रय स्थलों को बनाते समय चरहि,नाद,पानी,चारे,चिकित्सा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी आश्रय स्थलों पर वृक्षारोपड़ अवश्य कराया जाए। इन स्थलों पर चारागाह भी विकसित किया जाए। चारे की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित कराया जाए जिससे कि पशु भूखे ना रहे । सभी आश्रय स्थलों पर केअर टेकर नियुक्त किये जायें। साथ ही इन स्थलों पर कम्पोस्ट खाद बनाने के लिए भी प्रयास किये जायें। बृहद और कान्हा गोशालाओ पर विशेष ध्यान दिया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मुख्य- मुख्य गोशालाओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। गोवंशों को ठंड से बचाने के पर्याप्त उपाय किये जायें। पशुओ को पौष्टिक आहार दिया जाए। चारे का पंद्रह दिन का स्टॉक हर गोशाला में रखा जाए। बैठक में मुख़्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ0 अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव,जिला विकास अधिकारी अरुण कुमार,जिला अर्थ एवं सांख्यकीय अधिकारी पन्नालाल के अतिरिक्त सभी खंड विकास अधिकारी और पशुचिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।