भारतीय खाद्य निगम क्रय केंद्र की प्रभारी की आगे नियम कानून मायने नहीं रखते है। उत्तर प्रदेश सरकार के नियमो को ताक पर रखकर अपनी मनमानी से खरीद केंद्र चलाती है। मामला ऊंचाहार मंडी के नाम से संचालित धान खरीद केंद्र का है ऊंचाहार के कैथवल ग्राम सभा में मंडी समिति के नाम भूमि दर्ज है।और वहीं पर सरकार के मौजूदा कृषि विपणन मंत्री ने मंडी निर्माण का शिलान्यास भी कर दिया है तथा मंडी का निर्माण प्रस्तावित है इसके अतिरिक्त पुरानी तहसील का भवन,शेड भी बना हुआ है। सरकारी क्रय नीति में स्पष्ट है कि सरकारी भवन में ही क्रय केंद्र खोला जाएगा यदि किसी परिस्थित में सरकारी भवन मौजूद नहीं होता है ऐसी परिस्थिति में जिलाधिकारी की परमिशन के उपरांत ही निजी भवन में क्रय केंद्र खोला जा सकता है। किंतु भारतीय खाद्य निगम की प्रभारी ने बिना किसी अधिकारी के परमिशन खुद ही एक मिल मालिक से मिलकर उसके सगे भाई के खोजनपुर स्थित निजी भवन में क्रय केंद्र खोल दिया। हद तो तब हो गई जब यह देखा गया की क्रय केंद्र पर न ही किसी प्रकार की वाल पेंटिंग कराई गई है और न ही कोई बैनर लगाया गया है। इस बाबत केंद्र प्रभारी से पूंछतांछ की तो केंद्र प्रभारी ने कोई जवाब नहीं दिया। जब इस बाबत उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि शिकायत मिली है जांच कराई जाएगी। मामला गंभीर है यदि परमिशन नही लिया गया है तो कार्यवाही की जायेगी। सरकार की मंशानुरूप किसान के धान खरीदी का कार्य किया जायेगा।